दहेज प्रथा जो आज भी चली आ रही है ये समाज का एक नाटक है जो अभी तक चाला आ रहा है मै कहता हु सबसे अनमोल लड़की आपको मिल जाती है फिर किस की कमी होती है जो दहेज मागा जाता है यही एक बहुत बड़ी वजह होती है जिसको सोच कर लड़की को बोझ समझा जाता है दहेज मे हजारो लड़कियाँ को मर दिया जाता हैं जला दिया जाता है दहेज लेना मतलब आप लड़के को बेच रहे न की लड़की से शादी कर रहे हो कभी शादी मे एक दूसरे का साथ समझ को देखा जाता है पर समाज ये देखता है की क्या कमी रह गई जो हम लोग इनको झुका दे दहेज के नाम मे लड़कियाँ शादी के बाद बहुत कुछ झेलना पड़ता है शादी के बाद उनको बोला जाता है ये लेकर आओ वो लेकर आओ तब रखेगे और जब लड़की नही ला पाती तो उसको मरते हैं या जान से मार देते है मैंने खुद दहेज के नाम मे लड़की को जला के मरते हुए देखा है मै चाहता हु ये दुनिया आ चाहती है की आप सभी लोग दहेज प्रथा से मुक्त हो लड़कियाँ को आजदी से जीने का मौका दो और सबसे अनमोल बेटी होतीं है वो तो खुद लक्ष्मी का रूप होती है उसके आने से लक्ष्मी जी खुद आती हैं इस लिए बेटियों को बोझ न समझे और कभी जीवन मे दहेज न ले ताकि कभी किसी को दहेज के नाम से मारा ना जाये
